माइक्रोसॉफ्ट द्वारा हाल ही में इंटरनेट एक्सप्लोरर का नया वर्जन माइक्रोसॉफ्ट इंटरनेट एक्सप्लोरर 8 (बीटा वर्जन) बाजार में उतारा गया है। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का दावा है कि यह एक्सप्लोरर पहले से ज्यादा अपग्रेटेड और सुविधाजनक है। इस एक्सप्लोरर में वेबपेज अपेक्षाकृत तेजी से खुलेंगे और उन्हें लोड होने में भी कम समय लगेगा। एक ओर जहाँ इससे पहले के संस्करण ''इंटरनेट एक्सप्लोरर 7' (आईई 7) में सुरक्षा संबधी जरूरतों पर जोर दिया गया था वहीं इस नए संस्करण में स्थिरता और इस्तेमाल में होने वाली आसानी पर जोर दिया गया है। इसकी एक और खासियत है कि यह एक्सप्लोरर बेहद तेज है। आईई 8 में जावा के इस्तेमाल होने की प्रक्रिया को आसान बना दिया गया है और इसीलिए इस एक्सप्लोरर की क्रियाविधि पहले वाले वर्जन से बेहतर है। इसके कारण इंटरनेट एक्सप्लोरर 8 अपेक्षाकृत कम इंटरनेट स्पीड में भी वेबपेज को पूर्ण रूप से लोड करने की क्षमता रखता है। इसमें 'एक्टिविटी' नामक एक विशेष टूल है जिसके अनुसार उपयोगकर्ता जब एक पते का चयन करता है तो उसके माउस के ऊपर एक नया बटन बन जाता है। उस बटन को क्लिक करके उससे संबंधित सभी संभावित गतिविधियों को देखा जा सकता है। जब उपयोगकर्ता कोई पता टाइप करते हैं तो आईई 8 कम्प्यूटर की हिस्ट्री में मौजूद साइट के पॉप-अप पहले दिखाता है और बाद में फेवरेट में सेव साइट के सुझाव देता है। इसके अलावा यह फेवरेट के गैरजरूरी आरएसएस फीड को डीफॉल्ट सेट नहीं करता। आईई 8 में इंटरनेट उपयोगकर्ता एक नए टूल 'इनप्रायवेट' को 'पोर्न मोड' के नाम से भी चर्चित किया जा रहा है। इस टूल के उपयोग से अपनी पसंदीदा ऑनलाइन गतिविधियों को गुप्त रख सकते हैं। ताकि गूगल या कोई भी अन्य नेटवर्क इंटरनेट के माध्यम से उपयोगकर्ता की व्यक्तिगत जानकारी न ले सके।हालाँकि अन्य ब्राउज़रों जैसे कि फायरफॉक्स और ओपेरा मे भी कुछ इसी तरह की सुविधाएँ हैं, लेकिन 'इनप्रायवेट' टूल को अपेक्षाकृत सबसे उन्नत बताया जा रहा है। इस टूल की मदद से उपयोगकर्ता गोपनीयता (सीक्रेट मोड) में रहकर सर्फिंग कर सकता है, जिससे अन्य नेटवर्क उसकी जानकारी प्राप्त नहीं कर पाते हैं। इससे संभावित “साइबर धोखाधड़ी” से भी बचा जा सकता है। साथ ही इसकी मदद से अवांछित विज्ञापनों तथा स्पैम ईमेल से भी बचाव हो सकता है।
Wednesday, May 13, 2009
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