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Thursday, March 13, 2008

चिप जीफी से डाटा ट्रांसमिशन में क्रांति

बाजार में शीघ्र एक ऐसी नन्हीं-सी चिप 'जीफी' आने वाली है जो डाटा ट्रांसमिशन में क्रांति और लोगों की जिंदगी बदल कर रख देगी। इस पाँच मिलीमीटर की चिप से बिना तार के 10 मीटर की दूरी तक पाँच गीगाबाइट डाटा महज एक सेकंड में भेजा जा सकता है। इस चिप से मोबाइल में केवल कुछ सेकंड में पूरी हाई डेफीनिशन फिल्म भेजी जा सकती है।ऑस्ट्रेलिया में विकसित की गई इस चिप में केवल एक मिलीमीटर चौड़ा एंटीना और दो वॉट से भी कम की एक बैटरी लगी है। इसके बनाने में 10 डॉलर प्रति चिप से भी कम का खर्च आएगा। चिप के संबंध में दावा करते हुए कहा गया है कि इस चिप से डाटा भेजने की प्रक्रिया में आश्चर्यजनक रूप से परिवर्तन आएगा और इसका इस्तेमाल घरों और कार्यालयों का स्वरूप बदल देगा। ऑस्ट्रेलिया के मेलबॉर्न विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र में आज इसे पेश किया गया है। परियोजना के प्रमुख स्टान स्काफीडेस ने दावा किया कि आने वाले दिनों में प्रत्येक उपभोक्ता के लिए यह चिप जरूरी हो जाएगी। जीफी चिप में डाटा भेजने के लिए 60 गीगा हर्ट्ज (मिलीमीटर) के दायरे वाली तरंगों का इस्तेमाल किया गया है जो वाईफाई 'वायरलेस इंटरनेट' की तुलना में बेहतर साबित होती है और घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले वाईफाई की तुलना में सौ गुना तेजी से डाटा ले जाती है। प्रो. स्काफीडेस ने कहा कि यह चिप अनेक पहलुओं से अपने आप में प्रथम और अनोखी है। इसमें विश्व का पहला सबसे छोटा एम्पलीफायर लगा है जो कुछ माईक्रोन चौड़ा है। एक माईक्रॉन का माप मानव के बाल की मोटाई से 300 गुना छोटा होता है। जीफी चिप में विश्व में सबसे पहले 'सिग्नल मिक्सिंग एवं फिल्टर प्रौद्योगिकी' का इस्तेमाल किया गया है। इसका इस्तेमाल घरों में इस्तेमाल होने वाले विडियो जैसे उपकरणों में किया जा सकता है। यह मोबाइल को डाटा रखने के लिए एक विशाल भवन में बदल सकती है।

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